लन्दन ओलम्पिक में लिएंडर पेस की विफलता : हमारी भविष्यवाणी सही साबित


जय श्री राम …………| आदरणीय मित्रो, बहुत दिनों की बातें बाक़ी हैं| फटाफट कर लेते हैं| पहले करते हैं ख़ास बात| हमारी ‘कृपात्रयी’ (प.पू. गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हाल ही में हमारी कुछ और भविष्यवाणियाँ सही साबित हुई हैं| इस क्रम में अब बात करते हैं लिएंडर पेस की|

लिएंडर पेस और सानिया मिर्ज़ा के मिश्रित युगल में हार कर बाहर होने के साथ ही लन्दन ओलम्पिक में टेनिस में भारतीय चुनौती समाप्त हो गयी है| पिछले कुछ ओलम्पिक की तरह ही इस बार भी पेस एंड कंपनी से देश को बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन हमें बिलकुल नहीं थीं| हमने तो इनके फ्लॉप रहने की बात साफ़ शब्दों में कह दी थी| लिएंडर पेस के जन्म-दिन के सन्दर्भ में E TV के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘अंक प्रभा’ के 17 जून, 2012 के एपिसोड में ‘सप्ताह के सिकंदर’ के अंतर्गत और अपने ब्लॉगों पर ‘आज की हस्ती’ स्तम्भ में 18 जून, 2012 को हमने साफ़-साफ़ कहा था—“वर्ष 2012 की आयु-अवधि अनुकूल कम-प्रतिकूल ज़्यादा है| ओलम्पिक में निराश होना पड़ सकता है| सफलता का ग्राफ गिर सकता है|”
आप देख लीजिए कि क्या रहा? मिलते हैं अगली पोस्ट के साथ| ………… जय श्री राम|

लिएंडर पेस का साथी खिलाड़ी का विवाद : हमारी भविष्यवाणी सही साबित


जय श्री राम …………| आदरणीय मित्रो, अब बात हो जाए हमारी एक और सही साबित हुई भविष्यवाणी की| हमारी ‘कृपात्रयी’ (प.पू.गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हम एक बार फिर सही रहे हैं| हालिया दिनों में लन्दन ओलम्पिक में लिएंडर पेस के साथ जोड़ी बनाने के मामले को लेकर तगड़ी किच-किच हुई है| पहले महेश भूपति और बाद में रोहन बोपन्ना ने पेस के साथ जोड़ी बनाने से मना कर दिया| इससे भारतीय टेनिस संघ की बहुत किरकिरी हुई| हमने ऐसे विवाद की तरफ़ साफ़ इशारा पहले ही कर दिया था| लिएंडर पेस के जन्म-दिन के सन्दर्भ में E TV के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘अंक प्रभा’ के 17 जून, 2012 के एपिसोड में ‘सप्ताह के सिकंदर’ के अंतर्गत और अपने ब्लॉगों पर ‘आज की हस्ती’ स्तम्भ में 18 जून, 2012 को हमने साफ़-साफ़ कहा था—“वर्ष 2012 की आयु-अवधि अनुकूल कम-प्रतिकूल ज़्यादा है|… साथी खिलाडी के मुद्दे पर विवाद संभव है|” पेस के बारे में हमारी यह भविष्यवाणी सही साबित होने में हफ़्ता भर भी नहीं लगा| इससे आगे हम जो कह चुके हैं, अब उसके सही होने की बारी है| आगे हमने कह रखा है—“ओलम्पिक में निराश होना पड़ सकता है| सफलता का ग्राफ गिर सकता है|”
मिलते हैं अगली पोस्ट के साथ| ………… जय श्री राम|